संघ लोक सेवा आयोग के सिविल सर्विस 2024 परीक्षा का परिणाम घोषित हो चुका है. यूपीएसई परीक्षा 2024 में 1009 उम्मीदवार सफल हुए हैं. वहीं राजस्थान से काफी युवाओं ने यूपीएस परीक्षा 2024 में सफलता हासिल की है. दौसा कलेक्टर देवेंद्र यादव के छोटे भाई उत्कर्ष यादव ने भी यूपीएससी परीक्षा 2024 में सफलता हासिल की है. बताया जा रहा है कि UPSC CSE परीक्षा 2024 में उत्कर्ष यादव ने 32वां रैंक हासिल किया है. इस सफलता के बाद उनके घर-परिवार और गांव में खुशी की लहर है.
बता दें दौसा के कलेक्टर देवेंद्र यादव साल 2016 बैच के IAS ऑफिसर हैं. वह वर्तमान में दौसा जिला में कलेक्टर पद को संभाल रहे हैं. वहीं अब उनके छोटे भाई उत्कर्ष यादव ने भी यूपीएससी परीक्षा पास कर लिया है.
कोटपुतली के रहने वाले हैं उत्कर्ष यादव
बता दें, उत्कर्ष यादव बहरोड़(कोटपुतली)क्षेत्र के गांव हमींदपुर के रहने वाले हैं. उत्कर्ष फिलहाल दिल्ली में रह रहे हैं और उन्होंने दिल्ली से ही सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी की है. यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद उनके परिवार और गांव में खुशी का माहौल है. उत्कर्ष यादव ने अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है.
जोधपुर से ओसियां गांव के त्रिलोक सिंह को मिला 20वां रैंक
वहीं जोधपुर के ओसियां के भाखरी गांव के रहने वाले त्रिलोक सिंह ने भी सिविल सर्विस परीक्षा 2024 में सफलता हासिल की है. त्रिलोक सिंह को पहले ही प्रयास में 20वां रैंक मिला है. ओसियां विधायक भैराराम सियोल, पूर्व केबिनेट मंत्री शम्भूसिंह खेतासर, भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रतापसिंह भेड़, जिला मंत्री ओमप्रकाश तापू ने त्रिलोक सिंह को सफलता के लिए शुभकामनाएं दी है.
बाड़मेर से 4 कैंडिडेट्स सफल
अब तक की जानकारी के मुताबिक, रेगिस्तानी जिले बाड़मेर के धोरों से निकले 4 युवाओं ने यूपीएससी की सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर जिले का नाम रोशन किया है. सिविल सेवा परीक्षा 2024 में सफल होने वाले चार युवाओं में सुख राम भूंकर, बाड़मेर शहर के तन्मय मेघवाल, शिव कस्बे के लोकेंद्र कुमार और आकडली के खेतदान चारण का नाम शामिल है.
ये 4 युवाओं ने पास की परीक्षा
शिव उपखंड क्षेत्र के भियाड गांव के निवासी सुखराम भूंकर ने 443वीं रैंक हासिल की है. वहीं, तन्मय मेघवाल ने 832वीं रैंक, शिव कस्बे के लोकेंद्र कुमार ने 954वीं रैंक और आकडली के खेतदान चारण को 649वीं रैंक मिली है. 832वीं रैंक हासिल करने वाले तन्मय मेघवाल के पिता ने एनडीटीवी की टीम से बताया कि तन्मय ने 5वें प्रयास में परीक्षा पास की है.
मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट का बेटा सफल
इससे पहले 4 बार मिली असफलताओं से हार नहीं मानी. परिवार भी हमेशा से उनके साथ खड़ा रहा है. तन्मय ने बताया कि यूपीएससी की तैयारी के लिए उन्होंने 10-12 घंटे की पढ़ाई की है. इस सफलता का श्रेय तन्मय अपने पिता को देते हैं. तन्मय के पिता बाड़मेर राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुपरिटेंडेंट हैं.