एनडीए के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन को इंडिया गठबंधन के जस्टिस (सेवानिवृत्त) बी. सुदर्शन रेड्डी पर बढ़त है।
मंगलवार (9 सितंबर, 2025) को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के सी.पी. राधाकृष्णन और विपक्ष के बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला है। जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद हुए इस चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को स्पष्ट बढ़त है।
सत्ताधारी एनडीए और विपक्षी इंडिया गठबंधन ने सोमवार को संसद परिसर में अलग-अलग बैठकें कीं। यह शक्ति प्रदर्शन था। इन बैठकों में संबंधित दलों ने अपने सांसदों को चुनाव प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी और मॉक पोल भी करवाया। साथ ही, अपने सदस्यों से सही तरीके से वोट करने की अपील की।
उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य वोट दे सकते हैं। वोटिंग सुबह 10 बजे नई संसद भवन में शुरू हुई और शाम 5 बजे तक चलेगी। शाम 6 बजे वोटों की गिनती शुरू होगी और शाम को ही नतीजे आ जाएंगे।
उपराष्ट्रपति चुनाव में गुप्त मतदान प्रणाली होती है और सांसदों को पार्टी व्हिप का पालन करने की बाध्यता नहीं होती।
ओडिशा की बीजद, पंजाब की शिरोमणि अकाली दल और तेलंगाना की भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का ऐलान किया है। हालांकि, इससे चुनाव के गणित पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
9 सितंबर, 2025 11:30
विपक्ष ने कड़े मुकाबले की चेतावनी दी, एनडीए ने जीत का दावा किया
विपक्ष के उम्मीदवार का समर्थन करते हुए, सीपीआई के राज्यसभा सांसद पी. संतोष कुमार ने कहा, “यह बहुत करीबी मुकाबला है। 2017 के चुनाव में जीत का अंतर 207 वोट का था। इस बार यह अंतर 100 से कम रहने की उम्मीद है।”
उन्होंने आगे कहा, “सुदर्शन रेड्डी के उम्मीदवार बनने से सभी राजनीतिक दल एकजुट हो गए हैं, जिससे मुकाबला करीबी हो गया है।”
वहीं, भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा, “असल में कोई मुकाबला नहीं है। मैं विनम्रता से और आत्मविश्वास के साथ कह सकती हूं कि 2017 और 2022 में जो हुआ, वही फिर होगा। इतिहास खुद को दोहराएगा।” – पीटीआई