पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत अब एटम बम की गीदड़ भभकी से डरने वाला नहीं है. उन्होंने आतंकी हमले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कहते हुए कहा कि अब पाकिस्तान का खेल नहीं चलेगा.
भारत पर आतंकी हमला हुआ तो करारा जवाब मिलेगा. समय, तरीका और शर्तें हमारी सेनाएं तय करेंगी. आतंकवाद के आकाओं और आतंक की सरपरस्त सरकार को अलग-अलग नहीं देखेंगे, उन्हें एक ही मानेंगे. पाकिस्तान का खेल अब नहीं चलेगा.
22 अप्रैल को आतंकवादियों ने धर्म पूछकर हमारी बहनों की मांग का सिंदूर उजाड़ दिया था. 22 तारीख के हमले के जवाब में हमने 22 मिनट में 9 सबसे बड़े ठिकाने तबाह कर दिए. जब सिंदूर बारूद बन जाता है तो नतीजा क्या होता है.
जो अपने हथियारों पर घमंड करते थे, आज वो मलबे के ढेर में दबे हुए हैं. ये शोध-प्रतिशोध का खेल नहीं, ये न्याय का नया स्वरूप है. ये ऑपरेशन सिंदूर है. पहले घर में घुसकर किया था वार, अब सीधा सीने पर किया प्रहार है. आतंक का फन कुचलने की यही नीति है, यही रीति है, यही भारत है, नया भारत है.
अगर पाकिस्तान ने आतंकवादियों को एक्सपोर्ट करना जारी रखा तो उसे पाई पाई के लिए मोहताज होना पड़ेगा. उसे भारत के हिस्से का पानी नहीं मिलेगा. भारतीयों के खून से खेलना पाकिस्तान को बंद करना पड़ेगा. ये हमारा संकल्प है. विकासित भारत के निर्माण के लिए सुरक्षा और समृद्धि दोनों जरूरी है. ये तभी संभव है जब भारत का कोना-कोना मजबूत होगा.
लेकिन मोदी का खून गर्म होता है. अब तो मोदी की नसों में लहू नहीं. गर्म सिंदूर बह रहा है. अब भारत ने दो टूक साफ कर दिया है कि हर आतंकी हमले की पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. ये कीमत पाकिस्तान की सेना चुकाएगी. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चुकाएगी.
बीकानेरी भुजिया का स्वाद और बीकानेरी रसगुल्लों की मिठास विश्व भर में अपनी पहचान बनाएगी भी और बढ़ाएगी भी.
राजस्थान में ‘पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना’ भी तेजी से आगे बढ़ रही है. इस योजना से 40 हजार से ज्यादा लोग जुड़े हैं, जिससे लोगों का बिजली बिल जीरो हुआ है. सोलर बिजली पैदा करके लोगों को कमाई का नया रास्ता भी मिला है.
राजस्थान की ये भूमि रेत के मैदान में हरियाली लाने वाले महाराजा गंगा सिंह की भूमि है. हम पानी का महत्व जानते हैं. इसीलिए नदियों को जोड़ रहे हैं, जिससे यहां के किसानों को फायदा होगा. राजस्थान की वीर धरा यह सिखाती है कि देश और देशवासियों से बड़ा कुछ नहीं.
राजस्थान में रेलवे के विकास के लिए 10 हजार करोड़ का खर्च होने जा रहा है. थोड़ी देर पहले हर यहां से मुंबई के लिए एक नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई है. इन सभी प्रयासों का लक्ष्य हर गांव-शहर को उन्नति की ओर बढ़ाना है ताकि लोगों को रोजगार के लिए घर से दूर न जाना पड़े.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम भी लगभग पूरा हो गया. कनेक्टिविटी का यह अभियान राजस्थान में औद्योगिक इकाईयों को नई ऊंचाईयों पर ले जाएगा.