नई दिल्ली/मुंबई, 13 दिसंबर (रायटर्स) – भारत में चावल का भंडार दिसंबर की शुरुआत में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया, जो सरकार के लक्ष्य से पांच गुना से अधिक तक पहुंच गया और संभावित रूप से मुख्य भोजन के दुनिया के सबसे बड़े निर्यातक से विदेशी शिपमेंट को बढ़ावा मिला। भारतीय खाद्य निगम द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य के अन्न भंडार में बिना पिसे धान सहित चावल का भंडार 1 दिसंबर को 44.1 मिलियन मीट्रिक टन था, जबकि सरकार का लक्ष्य 7.6 मिलियन टन था। 1 दिसंबर को गेहूं का स्टॉक लक्ष्य 13.8 मिलियन टन के मुकाबले 22.3 मिलियन टन था। चावल का अधिक भंडार भारत को घरेलू आपूर्ति को खतरे में डाले बिना शिपमेंट को बढ़ावा देने की अनुमति देगा। पिछले साल मानसून की हल्की बारिश के कारण नई दिल्ली को सभी ग्रेडों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना पड़ा था। बंपर फसल की उम्मीद ने भारत को टूटे हुए चावल को छोड़कर सभी चावल ग्रेडों पर निर्यात प्रतिबंध हटाने के लिए प्रेरित किया।