मंत्री पीयूष गोयल ने ज़ोर देकर कहा कि नए ढांचे के तहत, कई श्रेणियों पर जीएसटी की दर घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई है, जिससे पूरे क्षेत्र में पर्याप्त बचत हुई है।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उद्योग जगत से प्रधानमंत्री के प्रति दो मज़बूत प्रतिबद्धताएँ रखने का आग्रह किया – पहला, जीएसटी में कटौती से होने वाली बचत का एक-एक रुपया उपभोक्ताओं तक पहुँचाना, और दूसरा, भारतीय उत्पादों को सक्रिय रूप से बढ़ावा देना।
उन्होंने मेहनती भारतीयों के पसीने और परिश्रम से बने उत्पादों, भारत की मिट्टी में पोषित उत्पादों को समर्थन देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि जब ऐसे उत्पाद देश के कोने-कोने तक पहुँचते हैं, तो वे न केवल आर्थिक मूल्य, बल्कि राष्ट्रीय गौरव और आत्मनिर्भरता का भी प्रतीक होते हैं।
मंत्री की यह टिप्पणी केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा विभिन्न क्षेत्रों को कर राहत प्रदान करते हुए जीएसटी दरों में कटौती के बाद आई है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये निर्णय अधिकांश वस्तुओं पर 22 सितंबर से लागू होंगे।
5% और 18% की दो दरों के अलावा, नई जीएसटी प्रणाली में तंबाकू जैसी हानिकारक वस्तुओं और बड़ी कारों, नौकाओं और हेलीकॉप्टरों जैसी विलासिता की वस्तुओं पर 40% की “विशेष दर” भी शामिल होगी।
गुरुवार को शेयर बाजार के शेयरों में 1% से ज़्यादा की उछाल आई।