मुख्य न्यायाधीश गवई का कार्यकाल 23 नवंबर, 2025 तक छह महीने से अधिक का है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार (14 मई, 2025) को राष्ट्रपति भवन में न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई। न्यायमूर्ति गवई भारत के पहले बौद्ध मुख्य न्यायाधीश हैं। उन्होंने संविधान की रक्षा करने और अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करने की प्रतिबद्धता जताते हुए हिंदी में पद की शपथ ली।