नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार (10 मार्च) को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के परिसरों पर कथित शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी की। एजेंसी ने छत्तीसगढ़ में बघेल के सहयोगियों के परिसरों सहित लगभग 14 स्थानों पर छापेमारी की। केंद्रीय एजेंसी द्वारा की गई छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व भूपेश बघेल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “जब सात साल से चल रहा झूठा मामला अदालत द्वारा खारिज कर दिया गया, तो आज सुबह ईडी के मेहमान पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास में घुस गए। अगर कोई इस साजिश के जरिए पंजाब में कांग्रेस को रोकने की कोशिश कर रहा है, तो यह गलतफहमी है।” छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा बघेल सरकार के कार्यकाल के दौरान राज्य में शराब की कथित अवैध बिक्री को लेकर दर्ज की गई एफआईआर का संज्ञान लेते हुए ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच शुरू की। आरोप लगाया गया कि खुदरा दुकानों में शराब की बिक्री की गई, जिससे राज्य के खजाने को नुकसान हुआ। यह पैसा कथित तौर पर राज्य के राजनेताओं और नौकरशाहों तक पहुंचाया गया। ईडी ने पहले अनुमान लगाया था कि यह घोटाला 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का है।