कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि बिहार में विपक्षी महागठबंधन दलितों, महिलाओं और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों (ईबीसी) के उत्थान के लिए काम करेगा। पटना में ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि बिहार के लोग हमेशा की तरह इस बार भी भारत को नई दिशा दिखाएंगे। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आने के बाद आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा के “नकली अवरोध” को ध्वस्त कर देगी। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में की गई प्रक्रिया के समान जाति जनगणना, जो कि पुरानी पार्टी द्वारा शासित है, देश के विकास मॉडल को बदल देगी। उन्होंने आरोप लगाया कि समाज के कमजोर वर्गों के लोगों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “महागठबंधन दलितों, महिलाओं और ईबीसी के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। हम जाति जनगणना के माध्यम से देश का एक्स-रे करेंगे, लेकिन भाजपा और आरएसएस जाति जनगणना के खिलाफ हैं।” गांधी दिन में पहले पटना पहुंचे और कांग्रेस की चल रही ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा में भाग लेने के लिए बेगूसराय गए, जिसके बाद वह संगोष्ठी को संबोधित करने के लिए राज्य की राजधानी लौट आए।
एक एक्स पोस्ट में उन्होंने लिखा, “चाहे चंपारण सत्याग्रह आंदोलन हो या सामाजिक न्याय की क्रांति, बिहार की धरती ने हमेशा अन्याय के खिलाफ ठोस कदम उठाए हैं… आइए हम एकजुट होकर संविधान पर हमलों के खिलाफ, भेदभाव के खिलाफ, आर्थिक, सामाजिक समानता और न्याय के लिए आवाज उठाएं।”