भारत में विभिन्न राज्यों में चुनाव लगभग लगातार होते रहते हैं, जिसका अर्थ है कि चुनावी मौसम वास्तव में कभी समाप्त नहीं होता है। अगली महत्वपूर्ण घटना 20 दिसंबर को छह सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव होगी। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को इन छह सीटों में से पांच जीतने की उम्मीद है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस को एक सीट मिलने की संभावना है। यदि यह भविष्यवाणी सच साबित होती है, तो एनडीए को उच्च सदन में बहुमत हासिल हो जाएगा, जिससे संसद में कांग्रेस पार्टी की स्थिति कमजोर हो सकती है। वर्तमान में आठ रिक्तियां हैं: चार नामांकन श्रेणी में और चार जम्मू और कश्मीर में। दुनिया भर के चुनाव जीत और हार दोनों को उजागर करते हैं। प्रत्येक चुनाव इसमें शामिल उम्मीदवारों और पार्टियों की सफलताओं और गलतियों के संबंध में मूल्यवान सबक प्रदान करता है। ये परिणाम विशेष रूप से पीढ़ीगत परिवर्तन से प्रेरित नहीं हैं, क्योंकि परिवर्तन एक निरंतर प्रक्रिया है। भावी पीढ़ियों को अपनी पार्टी को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। अंततः, सच्चा विजेता वही है जो अपनी गलतियों से तेजी से सीखता है। विजेताओं को आत्मसंतुष्ट होने से बचना चाहिए, जबकि हारने वालों को प्रेरित रहना चाहिए।